रक्षाबंधन पर भावनात्मक शायरी संग्रह | Raksha Bandhan Messages, Quotes and Shayari in Hindi

राखी सिर्फ रेशम का एक धागा नहीं, बल्कि वो भावना है जो भाई-बहन के रिश्ते को शब्दों से परे जोड़ता है। इस खास मौके पर हम लाए हैं 20 सबसे प्यारी और दिल को छूने वाली rakhi shayari in hindi, जहाँ मिलेगा आपको  emotional rakhi quotes, raksha bandhan messages, और heartfelt rakhi sms in hindi का खूबसूरत मेल।

हर शायरी में छुपा है बचपन की मिठास, रेशम के धागे की मजबूती और भाई–बहन के रिश्ते की अनोखी गरमाहट। इस संग्रह को पढ़कर आपको लगेगा जैसे आप फिर से उस पुराने राखी वाले दिन में लौट गए हों।

रक्षाबंधन का रेशम का धागा और विश्वास

राखी का धागा यूँ ही नहीं बंधता,
हर बूँद में बहन का विश्वास गुनगुनाता।
कलाई पर नहीं, ये दिल पर सजे,
ये रिश्ता उम्र भर साथ चले।

भाई बहन के झगड़ों में छुपा राखी का प्यार

तेरी शिकायतें थीं मीठी बातें,
हर तकरार में थीं छुपी सौगातें।
अब समझ आया हर वो तकरार,
हर लड़ाई में था मेरी बहना का दुलार।

रक्षाबंधन पर बहन की डिमांड और भाई का बजट

गुब्बारों से शुरू हुआ सफ़र,
अब तू कहती – “सोने का ज़ेवर”।
तेरी हँसी के आगे हर खर्च है स्वीकार,
तेरे चेहरे की रौशनी ही मेरा त्योहार।

रक्षाबंधन का रेशम का धागा और विश्वास

इस बार तू दूर सही,
पर हर धड़कन में बसती रही।
राखी की डोरी जो बांधी थी हमने,
वो आज भी जोड़ती है दिलों के गगन में।

रक्षाबंधन पर भाई का बलिदान

तेरी फीस चुकाने को मैंने अपने सपने बेच दिए,
पुराने जूते पहन कई रास्ते अकेले खींच लिए।
आज तू जब ऊँचाइयों पर मुस्कराई,
तो लगा बहन की मुस्कान से बड़ी कोई कमाई नहीं पाई।

रक्षाबंधन पर रिश्ते की आत्मा

कभी शिकायतें, कभी चुप्पियाँ,
कभी रूठना, कभी थपकियाँ।
पर हर राखी पर दिल यही कहे,
ये रिश्ता हर तूफान में सहे।

रक्षाबंधन पर पार्लर की रसीद और भाई की सांस

राखी आई, बहन बोली – “गिफ्ट कुछ खास हो”,
मैं बोला – “दिल तो है, पर जेब उदास हो।”
तेरी हँसी जब चेहरे पे आई,
तो लगा जैसे रब की रहमत घर पर छाई।

छोटा भाई बना बहन की रक्षाबंधन पर दीवार

मैं तुझसे छोटा हूँ, पर सोच बड़ी,
तेरे लिए खड़ा रहूं, चाहे दुनिया पड़े कड़ी।
तू मुस्कराए, बस यही मेरा अरमान,
तेरी हिफ़ाज़त ही है मेरा स्वाभिमान।

राखी पर बहन की पूजा जैसे भाव

तेरी राखी से नहीं बस कलाई सजती है,
इससे तो मेरी आत्मा तक रौशनी भरती है।
तू बहन नहीं, मेरी श्रद्धा का आकार है,
तेरे होने से ही मेरा संसार है।

कॉलेज वाली बहन और राखी पर भाई का धन्यवाद

तेरे नोट्स से निकला हर सवाल,
तेरे डाँटने में भी छुपा था ख्याल।
कभी तू बहन, कभी गुरु बन जाती,
तेरे भरोसे से मेरी राह बन जाती।
आज जब मैं अफसर कहलाता हूँ,
तो सबसे पहले तुझे ही सर झुकाता हूँ।

रक्षाबंधन पर कमाने लगी है तू, पर अब भी वही है

अब ऑफिस जाती है, थक के लौटती है,
फिर भी राखी पर वही बचपन लौटती है।
ना तेरे प्यार में कमी आई है, ना रंग फीके,
तू बड़ी ज़रूर हुई है, पर अब भी मेरी ‘छोटी बहन’ ही दिखे।

राखी पर बहन की मुस्कान सबसे महँगी

कहती है “कंजूस”, फिर भी गिफ्ट ले जाती,
तेरी हँसी के बदले जेब भी खाली भाती।
तेरे नखरों में भी बसता है प्यार,
तू माँगे कुछ भी, ना लगे कभी भार।

रक्षाबंधन पर बिना कहे जुड़ाव

कभी तू बोले नहीं, फिर भी सब कह देती,
तेरी खामोशी भी मेरे हालात पढ़ लेती।
राखी की डोरी से बंधी है जो बात,
वो बिना लफ़्ज़ों के भी कर दे ज़ज्बात।

राखी पर बहन की दुआ और दोस्ती

तू बहन है, पर दोस्त भी बेमिसाल,
तेरी मुस्कान से कट जाए हर सवाल।
तेरी दुआओं में है कुछ खास असर,
जो मुश्किलों को भी कर दे बेअसर।

रक्षाबंधन की दूरी और भाई-बहन का दर्द

तेरी डोली जब निकली थी, घर भी रोया था,
हर कोना तेरी हँसी को संजोया था।
अब राखी पर जब तू साथ नहीं,
तो लगता है त्योहार भी वो बात नहीं।

भाई बहन के झगड़ों में छुपा राखी का प्यार

कभी तू बर्फी मुझसे छीन लेती थी,
कभी मैं रसगुल्ला चुपचाप खा लेता था।
आज मिठाई है, पर वो स्वाद नहीं,
क्योंकि तू इस बार मेरे साथ नहीं।

रक्षाबंधन और माँ जैसी बहन की ममता

तेरी डाँट में ममता की बूँदें थीं,
तेरे हाथों में दुआओं की लकीरें थीं।
तू बहन नहीं, माँ की परछाईं थी,
तेरे बिना तो ज़िंदगी भी अधूरी सी दिखाई थी।

रक्षाबंधन की सौगंध

कलाई पर बंधा ये रेशमी प्यार,
नहीं बस धागा, ये जीवन का सार।
हर जनम में तुझे ही बहन पाऊं,
तेरी हँसी में ही खुद को फिर से जी पाऊं।

रक्षाबंधन के रंग और रिश्ते की मिठास

तेरे बिना जैसे रंगों में न रंग,
जैसे दीप बिना बाती के हो संग।
राखी हो या जीवन का हर पर्व,
तेरा साथ ही है मेरा सबसे सुंदर गर्व।

बचपन की राखी – बहन की सीधी बात

“याद है भैया वो दिन, जब राखी आने से पहले ही मैं उत्साह से भर जाती थी।
रेशम का धागा, तुम्हारी कलाई, और वो मिठाई की खुशबू…
सबकुछ एक त्योहार से ज़्यादा, एक एहसास होता था।

मैं छोटी थी ना, इसलिए गिफ्ट भी छोटा मिलता था,
और बड़ी दीदी के डिब्बे देखकर मैं अंदर ही अंदर चिढ़ जाती थी।
पर तुम हमेशा समझ जाते थे…
तुम्हारी जेब से कोई टॉफी, कोई सिक्का अचानक मेरे हाथ में आ जाता।

तू कुछ कहता नहीं था, लेकिन मुझे सब समझ आ जाता था।
तेरी वो चुप मुस्कान, मेरा सारा गुस्सा बहा ले जाती थी।

अब राखी आती है, मिठाइयाँ भी बनती हैं,
पर वो बचपन वाली बात कहीं खो गई है।
शायद अब हम बड़े हो गए हैं…
पर मेरी रेशम वाली राखी में आज भी वही बच्ची बैठी है —
जो बस तुम्हारी एक मुस्कान के लिए राखी का इंतज़ार करती थी।”

 

अगर आपको इन raksha bandhan messages, rakhi quotes, और emotional bhai behan shayari ने आपके बचपन, आपकी बहन या आपके भाई की याद दिला दी हो —

तो इस रक्षाबंधन पर बस एक बार, दिल से उन्हें ये एहसास करवा दीजिए कि आप आज भी वही हैं।
Rakhi sms in hindi और सच्चे शब्दों की अहमियत कभी कम नहीं होती।

✨ आप चाहें तो इन शायरियों को greeting card में लिखें, WhatsApp पर साझा करें, या सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।
क्योंकि रेशम का ये धागा जितना कोमल है, उतना ही गहरा भी।

Happy Raksha Bandhan 2025!

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